Trendy

 आज का ख्याल पूछता है कि ये ट्रेंडी क्या है ? अलमारी से कपड़े निकालने जाती हूँ  तो कहते है कि ये क्या है ?  "सुन्दर तो लग रहा है लेकिन ये आजकल ट्रेंडी नहीं है। " 

मै मुस्कुरा देती हूँ उन लोगों पर। आजकल सोशल media की दुकान चलने का राज़ ही यही है कि वो दिखाते है "क्या trendy है ? बस हम सब लोग अपने आप को उस भीड़ का हिस्सा बनाने के लिए वही करते है, पहनते है , खाते है जो "trending" है।  
लेकिन एक बात कहना चाहूँगी।  क्या कभी "गोल्ड" आउट ऑफ़ ट्रेंड हुआ है ? क्या हीरे के आ जाने से उसकी अहमियत कम हुई है ? नहीं। इसीलिए कहा भी जाता है "हीरा है सदा के लिए।"

मोती सागर की गहराई में रहता है।  स्थिर।  लहरें उसे हिला भी नहीं पाती।  अगर वो आती जाती लहरों के साथ इधर से उधर होता तो उसका हाल मछलियों के जैसा होता , आसानी से पकड़ में आ जाता और फिर सड़क किनारे सस्ते भाव में बिक रहा होता। हीरा पहाड़ो के ऊपरी सतहों में मिलता, और बाहर की जलवायु और धूप से अपना रंग बदलता तो इतना कीमती नहीं होता।  

जो भीतर से स्थिर है।  जो कायम है।  अपने मूल से जुड़ा है वही मूल्यवान है।  "change is constant in life " मानती हूँ , लेकिन change ,survive करने के लिए होता है न कि जीवन जीने का मुख्य तरीका या कारण। 

                                                                                           . . . नवनीत गोस्वामी  / 4th फरवरी 2025 

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