लोकतंत्र का पावन त्यौहार



अठरां की है गर उम्र तुम्हारी 
तो, मत देने की आयी बारी। 
ये संविधान ने दिया तुम्हें अधिकार 
लोकतंत्र का पावन त्यौहार 
5 वर्ष में आता इक बार। 

"वोटर कार्ड" अपना बनवाना, 
इसके लिए कहीं न जाना।  
चुनाव आयोग की वेबसाइट पे जाओ 
घर बैठे e - voter card बनवाओ 
Digital भारत का देखो विस्तार। 
लोकतंत्र का पावन त्यौहार 
5 वर्ष में आता इक बार। 

यहाँ पे रैली , वहाँ पे रैली,
और होगा शोर शराबा 
साम, दाम और दंड चलेगा 
कहीं भेदों का होगा खुलासा। 
आज कल तो, पलड़ा भारी जिधर को देखा, 
नेताओं ने पलटा पासा 
घर भी तुम्हारे आएंगे 
किस चिन्ह का बटन दबाना है 
ये तुमको बतलायेंगे। 
मग़र। सावधान। 
तुमको ही सुनिश्चित करना होगा 
क्या हो तुम्हारे "मत" का आधार ?
लोकतंत्र का पावन त्यौहार 
5 वर्ष में आता इक बार। 

अगल बगल, ना तुम झाँको,
अपने "मत" की ताकत पहचानो। 
पूरी प्रक्रिया को तुम जानो,
बस अपने विवेक की ही मानो। 
Insta, FB के poll नहीं ये,
इसलिए 
करना गहन सोच विचार। 
क्यूंकि तुम चुनोगे देश की सरकार 
लोकतंत्र का पावन त्यौहार 
5 वर्ष में आता इक बार। 

              . . . नवनीत गोस्वामी /4th अप्रैल 2024 


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