सच्चा प्यार
मात - पिता की डाँट डपट
या गारी बकते दोस्त और यार
जो कोई ये प्यार पहचान लिए
खत्म उसी क्षण, छल के व्यापार !
मन विभोर, जब पाए ऐसा सच्चा प्यार !!
नवनीत गोस्वामी / 6 जनवरी 2024
यथो हस्त तथो दृष्टि - जहाँ हाथ, वहां दृष्टि ! यथो दृष्टि तथो मनः - जहाँ दृष्टि ,वहां मन/मष्तिष्क ! यथो मनः तथो भाव - जहाँ मन/मष्तिष्क वहां भाव (inner feelings )! यथो भाव तथो रस - जहाँ भाव होगा , वहां ऱस !
मात - पिता की डाँट डपट
या गारी बकते दोस्त और यार
जो कोई ये प्यार पहचान लिए
खत्म उसी क्षण, छल के व्यापार !
मन विभोर, जब पाए ऐसा सच्चा प्यार !!
नवनीत गोस्वामी / 6 जनवरी 2024
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