आशावाद
जब चहुंओर लगे, पुरजोर अँधेरा।
और निराशाओं ने तुझको घेरा।
तब जो दिया तुम खुद जलाओगे,
वही मिटाएगा, जीवन से अँधेरा।
और रोशन करेगा, जहाँ तेरा।
: नवनीत गोस्वामी 24 मार्च 2022
यथो हस्त तथो दृष्टि - जहाँ हाथ, वहां दृष्टि ! यथो दृष्टि तथो मनः - जहाँ दृष्टि ,वहां मन/मष्तिष्क ! यथो मनः तथो भाव - जहाँ मन/मष्तिष्क वहां भाव (inner feelings )! यथो भाव तथो रस - जहाँ भाव होगा , वहां ऱस !
जब चहुंओर लगे, पुरजोर अँधेरा।
और निराशाओं ने तुझको घेरा।
तब जो दिया तुम खुद जलाओगे,
वही मिटाएगा, जीवन से अँधेरा।
और रोशन करेगा, जहाँ तेरा।
: नवनीत गोस्वामी 24 मार्च 2022
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