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सोमवार, सितंबर 05, 2022

Life - how it is.


जीवन संघर्ष की गाथा है 

उसमें भी जो मुस्काता है 

सब कुछ वो पा जाता है 


मगर खुद को खोकर,

कुछ बन जाना !

खुद को खोकर 

कुछ पा जाना 

कितना जायज है ?

मगर ये भी सच है जनाब,

यहाँ ! मुफ़्त में कहाँ कुछ आता है ?

शायद ! वो कुछ पाने 

और कुछ बन जाने  

की कीमत 

खुद को खोकर ही तो चुकाता है !!


                . . . नवनीत 

                    5/9/2022 


 

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