एस पी बालासुब्रह्मण्यम : साउथ से बॉलीवुड तक
एस पी बालासुब्रह्मण्यम : आवाज़ तेरी , मेरा पहला प्यार !
"साजन" बिन "सपनें " कैसे होंगे ?
ये "दिल दीवाना " जाने ना।
छोड़ किनारा अपने "सागर" का
तुमने दूर बनाया ठिकाना कहाँ ?
जब "आया मौसम दोस्ती का "
ख़त्म हुई "ये रात और दूरी "
"रोज़ा " कहे अपने "साजन " से
"तुमसे मिलने की तमन्ना" हुई पूरी !!
"तेरे रंग में रंगने वाली " नहीं मै कोई पहली
गीत तुम्हारे गाकर ,दिलों ने दिल की बात कहली !
"मुझसे जुदा होकर , तुम्हे क्यूँ दूर जाना है " ?
पल भर की नहीं ये जुदाई ,मुश्किल लौट के आना है !!
नहीं थी खबर "हम आपके है कौन" ?
मगर तेरे जाने से नम हैं आँखें , लब है मौन !
कहना मुझे इक बार है , कि "सच मेरे यार है "
आवाज़ तेरी, नवनीत का "पहला - पहला प्यार है " !!
..... नवनीत
कलात्मक ..
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जवाब देंहटाएं#SP Balasubramaniyam
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हटाएं#SP Bala Subramaniyam
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