जिंदगी क्या बताएगी हमें, 

क्या है जीने का फ़लसफ़ा 

हासिल करने को अभी , 

कई मुक़ाम बाकी है !

अभी तो बस पंख फडफ़ड़ाएं है 

नापने को सारा आसमान बाकी है ! !


                                   ..... नवनीत 

 

Comments

  1. उड़ो, उड़ो अविरल... उन्मुक्त उड़ान...

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