कल रात
कल रात का था आलम कुछ ऐसा !
नैना बरसे , बादल भी बरसा !!
बात जो निकली जुबां से एक पल में !
असर दिखा उसका इक अरसा !
नहीं कटा हमसे ना उनसे !
रात का वो प्रहर चुइंगम सा !!
वही कहें , बोलें, और सुनाये !
हम सुने , जैसे कोई बुत था !!
कहतें है, सोच समझ कर बोलो !
इन्सान भी देखो, देखो लम्हा!!
जब भी सोच कर चाहा कहना !
हम कह नहीं पाए अपनी मंशा !!
सोच समझ कर तो गैरों को बोलें !
फिर फर्क रहा क्या
कौन पराया , कौन है अपना ?
. . . . . . . . . . . . . . नवनीत
वाह...बड़ी मार्मिक कविता लिखी है...और चित्र...वाह वा...कमाल का लगाया है...कमाल का...सब कुछ ठीक तो है ?
ReplyDeleteनीरज
This comment has been removed by the author.
ReplyDeleteब्लागजगत पर आपका स्वागत है ।
ReplyDeleteकिसी भी तरह की तकनीकिक जानकारी के लिये अंतरजाल ब्लाग के स्वामी अंकुर जी,
हिन्दी टेक ब्लाग के मालिक नवीन जी और ई गुरू राजीव जी से संपर्क करें ।
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धन्यवाद
सोच समझ कर तो गैरों को बोलें !
ReplyDeleteफिर फर्क रहा क्या
कौन पराया , कौन है अपना ?
bahut hi saccha , sahi aur sateek !!
bahut badhiya !!
बड़ी मार्मिक कविता लिखी है|
ReplyDeleteअच्छे भाव
ReplyDeleteब्लाग जगत की दुनिया में आपका स्वागत है। आप बहुत ही अच्छा लिख रहे है। इसी तरह लिखते रहिए और अपने ब्लॉग को आसमान की उचाईयों तक पहुंचाईये मेरी यही शुभकामनाएं है आपके साथ
ReplyDelete‘‘ आदत यही बनानी है ज्यादा से ज्यादा(ब्लागों) लोगों तक ट्प्पिणीया अपनी पहुचानी है।’’
हमारे ब्लॉग पर आपका स्वागत है।
मालीगांव
साया
लक्ष्य
हमारे नये एगरीकेटर में आप अपने ब्लाग् को नीचे के लिंको द्वारा जोड़ सकते है।
अपने ब्लाग् पर लोगों लगाये यहां से
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कृपया अपने ब्लॉग से वर्ड वैरिफ़िकेशन को हटा देवे इससे लोगों को टिप्पणी देने में दिक्कत आती है।
Thanks to all of you , it's really very nice to have such comments and guidance. it will help me in a good way ! Thanks ! to Anand Ji, Patali ji, Veena Ji, & surendra singh ji !
ReplyDeleteबहुत सुंदर और बहुत खूब
ReplyDeleteविशेष:
"जब भी सोच कर चाहा कहना !
हम कह नहीं पाए अपनी मंशा !!"
Welcome to u, and great post
ReplyDeleteबढ़िया अभिव्यक्ति
ReplyDeleteबहुत खूब........शानदार अभिव्यक्ति लिए है ये कविता ...........भावों को सुन्दर ढंग से पिरोया है आपने ........शुभकामनाये |
ReplyDeleteकभी फुर्सत में हमारे ब्लॉग पर भी आयिए-
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एक गुज़ारिश है ...... अगर आपको कोई ब्लॉग पसंद आया हो तो कृपया उसे फॉलो करके उत्साह बढ़ाये
बधाई सुन्दर शब्दों के लिये
ReplyDeleteहिंदी ब्लाग लेखन के लिए स्वागत और बधाई
ReplyDeleteकृपया अन्य ब्लॉगों को भी पढें और अपनी बहुमूल्य टिप्पणियां देनें का कष्ट करें
इस सुंदर से चिट्ठे के साथ हिंदी ब्लॉग जगत में आपका स्वागत है .. नियमित लेखन के लिए शुभकामनाएं !!
ReplyDeleteशानदार अभिव्यक्ति.....बधाई
ReplyDeleteयहाँ भी पधारे
विरक्ति पथ